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चेेेेेहरे पर झुर्रियां क्‍यों पडती हैं ?| Why do wrinkles fall on face?

Vimla Sharma

चेहरे को देखकर ढलती उम्र का अहसास जल्‍दी होने लगता है, जबकि ऐसा कोई नहीं चाहता कि कम उम्र में ही वह उम्र दराज दिखने लगे। इससे बचने के लिए अक्‍सर महिलाएं मंहगी फेस क्रीम, लोशन प्रयोग करना शुरू कर देती हैं। ये मंहगी क्रीम और लोशन कुछ दिन तो अपना असर दिखाते हैं किन्‍तु कुछ समय बाद क्रीम लगाना बंद करने के बाद हमारी त्‍वचा पहले के मुकाबले और खराब हो चुकी होती है। क्‍योंकि ये प्रोडक्‍ट केमिकल बेस्‍ड होते हैं, जो त्‍वचा को नुकसान ही पहुंचाते हैं और चेहरे का प्राकृतिक सौंदर्य छीन लेते हैं।


 

बढती उम्र का अहसास चेहरे की त्‍वचा से ही होता है। चेहरे को व्‍यक्तित्‍व का आइना भी कहते हैं। अक्‍सर चेहरे पर पडने वाली झुर्रियां, दाग-धब्‍बे, और अनचाही लाइनें चेहरे ही रौनक छीन लेती हैं। चेहरे को देखकर ढलती उम्र का अहसास जल्‍दी होने लगता है, जबकि ऐसा कोई नहीं चाहता कि कम उम्र में ही वह उम्र दराज दिखने लगे। इससे बचने के लिए अक्‍सर महिलाएं मंहगी फेस क्रीम, लोशन प्रयोग करना शुरू कर देती हैं। ये मंहगी क्रीम और लोशन कुछ दिन तो अपना असर दिखाते हैं किन्‍तु कुछ समय बाद क्रीम लगाना बंद करने के बाद हमारी त्‍वचा पहले के मुकाबले और खराब हो चुकी होती है। क्‍योंकि ये प्रोडक्‍ट केमिकल बेस्‍ड होते हैं, जो त्‍वचा को नुकसान ही पहुंचाते हैं और चेहरे का प्राकृतिक सौंदर्य छीन लेते हैं।



आइए जानते हैं ऐसा क्‍यों होता है?

इसके क्‍या कारण हैं?

इन समस्‍याओं से कैसे बचा जा सकता है?

शरीर और चेहरे पर झुर्रियों का मुख्‍य कारण कोलेजिन है। मासिक धर्म बंद होने के बाद कोलजिन टिशू की मात्रा में कमी आती है। कोलजिन कम होने से त्‍वचा सिकुडने लगती है और त्‍वचा में रूखापन बढने लगता है। रजोनिवृत्ति जीवन की स्वाभाविक अवस्था है जिसे मैच्योरिटी भी माना गया है। यह जीवन का अंत नहीं, अगले पड़ाव में प्रवेश है।



कोलेजिन क्‍या है?

कोलेजिन त्‍वचा में ग्‍लू का कार्य करता है। यह त्‍वचा के टिशू को टाइट करता है। त्‍वचा के टिशू को कम नहीं होने देता। यह त्‍वचा को लूज होने से बचाता है जिससे त्‍वचा में ढीली नहीं होती और स्‍वस्‍थ रहती है। यह त्‍वचा में ही बनता है।



  • कोलेजिन को बनाये रखने के लिए हमें हेल्‍दी और उचित आहार का सेवन करना चाहिए।

  • अपने डाइजेशन सिस्‍टम को ठीक रखना चाहिए।

  • मेटाबोलिजिम सिस्‍टम को ठीक रखना चाहिए।

  • नियमित रूप से व्‍यायाम करना चाहिए। चेहरे से संबंधित यौगिक क्रियाएं करनी चाहिए।

इसके अतिरिक्‍त भी कई कारण हैं जिनसे हमारे चेहरे पर उम्र से पहले झुर्रियां पडने लगती हैं।



सावधानियां:

  • धूप में अधिक देर तक रहना

  • असंतुलित आहार और जंक-फूड, पैक्‍ड फूड का अधिक सेवन

  • केमिकल बेस्‍ड प्रोडक्‍डस का अधिक प्रयोग

  • अचानक वजन बढना और कम होना

  • पर्याप्‍त नींद न लेना

  • मानसिक तनाव

  • स्‍मोकिंग

  • अधिक गुस्‍सा करना

  • स्किन का सेंसेटिव होना



उपरोक्‍त कारणों से स्‍पष्‍ट है यदि हम अपनी जीवन शैली में सुधार करें तो उम्र से पहले पडने वाली झुर्रियों से बचा जा सकता है।

  • हमें अपनी डाइट में संतुलित आहार को शामिल करना चाहिए। खाने में फल एवं सब्जियों का उपयोग अधिक करना चाहिए।

  • विटामिन, मिनरल, कैल्सियम, नियमित मात्रा में लें। दूध, छेना एवं दही का प्रयोग नियमित रूप से करें।

  • पर्याप्‍त पानी पीएं। प्रोटीन व पानी की मात्रा अधिक लेने से शरीर चुस्त रहता है।

  • इसके अलावा चेहरे पर त्‍वचा के अनुसार नियमित रूप से चेहरे पर मालिश करें।

  • एलोवेरा जैल और चुटकीभर हल्‍दी मिलाकर चेहरे पर लगायें, इससे चेहरे की झुर्रियों के साथ-साथ पिंपल्‍स और दाग-धब्‍बे भी दूर होंगे।


  • बेसन और कच्‍चे दूध को मिलाकर पेस्‍ट बनायें और चेहरे पर लगायें, कुछ समय बाद चेहरे को सादा पानी से धो दें।

  • गन्‍ने के रस में थोडी सी हल्‍दी मिलाकर चेहरे पर लगायें।

  • खीरे का पेस्‍ट बनाकर, फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगायें।

  • पके हुए केले और शहद को मिलाकर पेस्‍ट बनाकर चेहरे पर फेस पैक की तरह लगायें।

  • पके हुए पपीते का पेस्‍ट बनाकर चेहरे पर लगायें।

  • सेब का पेस्‍ट बनाकर चेहरे पर लगायें।



कोलेजिन फेस पैक

सामग्री

  • 1 टेबल स्‍पून मूंगफली दाना

  • 1 टेबल स्‍पून सफेद तिल

  • उपरोक्‍त सामग्री को भिगोने और पेस्‍ट बनाने के लिए पर्याप्‍त दूध


विधि:

उपरोक्‍त सामग्री को कच्‍चे दूध में रात को भिगो दें और सुबह उठकर स्‍मूथ पेस्‍ट बनायें। चेहरे पर को धोकर चेहरे पर लगायें। 20 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें। 20 मिनट बाद हाथों से ऊपर की ओर हल्‍के से रगडकर छुडा दें और सादा पानी से चेहरे को धो दें।



इसके अलावा जब भी घर से बाहर निकलें चेहरे को पूरी तरह ढककर ही निकलें। चेहरे को प्रदूषण से बचाकर रखें।

पॉजिटिव लोगों के साथ रहें, स्‍वयं को नकारात्‍मकता और तनाव से दूर रखें।






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