मोबाइल छीन रहा है बचपन | Childhood is snatching mobile
प्रिय दोस्तों,
मेरी वृंदा महिलाओं का अपना मंच है। हमारा मुख्य उद्देश्य उन महिलाओं को प्रोत्साहित करना है जो घर की धुरी हैं। जिनके बगैर घर की कल्पना भी नामुमकिन है। जिम्मेदारियों का बोझ उनपर इतना अधिक है कि वह स्वयं को भुला बैठी हैं। फिर भी उन्हें लगता है कि वह कुछ भी नहीं हैं। समाज के किसी भी स्तर के समाज को आप देख लें, सबकी स्थिति लगभग समान ही है। पहले महिलाओं पर केवल घर की ही जिम्मेदारी होती थी, समय के साथ उसकी जिम्मेदारियां तो बढी हैं किन्तु उनके प्रति सोच नहीं बदली है। किसी भी मंच पर आप देख लें, महिलाओं का अपमान अब नई बात नहीं रही।
मेरी वृंदा का उद्देश्य ‘उनसे उनकी ही पहचान कराना है’। समाज में उनके प्रति सोच को बदलना है जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके। कार्य कठिन है, किन्तु नामुमकिन नहीं। यह शुरूआत है, सफर लंबा है। अपने इस उद्देश्य के लिए ही हमने व्यक्तित्व विकास, प्रेरक प्रसंग, मंथन, स्वास्थ्य, सौंदर्य, वास्तुशास्त्र, धर्म-संस्कृति, योग, पारिवारिक समस्याओं से संबंधित लेख व बच्चों से संबंधित लेख दिये हैं, जिससे यह मनोरंजक होने के साथ-साथ ज्ञानवर्धक व प्रेरणादायक हैं। बस यही ‘मेरी वृंदा’ का उद्देश्य है।
-विमला शर्मा