मोटापा और वजन कम करने के लिए जो सर्जरी की जाती है उसे बेरिएट्रिक सर्जरी कहते हैं। वजन कम करने के लिए बाकायदा सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में पाचनतंत्र में कुछ बदलाव किए जाते हैं। कैलोरी कम की जाती है। शरीर में पोषक तत्वों को अवशोषित होने वाली प्रक्रिया को भी कम किया जाता है।
................................................
आजकल बहुत सारे लोग मोटापे की समस्या से परेशान हैं। हालांकि, वे इसे कम करने के लिए बहुत सारे उपायों जैसे डायटिंग, जिम जॉइन करना, योगा करना इत्यादि को अपनाते हैं, लेकिन सुधार नहीं होता है क्योंकि वे इसे पूर्ण रूप से अपना नहीं पाते हैं और इस समस्या से परेशान रहते हैं। उनकी इन समस्या का समाधान केवल बेरिएट्रिक सर्जरी से ही किया जा सकता है।
यह सर्जरी तब ही की जाती है जब मोटापे ने गंभीर रूप ले लिया हो और वजन कम करने के लिए जो सर्जरी की जाती है उसे बेरिएट्रिक सर्जरी कहते हैं। वजन कम करने के लिए बाकायदा सर्जरी की जाती है। यह वजन कम करने की सर्जरी है, जिसमें पेट की चर्बी का ऑपरेशन किया जाता है। इस सर्जरी में पाचनतंत्र में कुछ बदलाव किए जाते हैं। कैलोरी कम की जाती है। बेरिएट्रिक सर्जरी
शरीर में पोषक तत्वों को अवशोषित होने वाली प्रक्रिया को भी कम किया जाता है। इस सर्जरी के द्वारा पेट से लगभग 80 प्रतिशत चर्बी को अलग कर दिया जाता है। सर्जरी से पहले व्यक्ति के कुछ टेस्ट कम किए जाते हैं।
बेरिएट्रिक सर्जरी चार प्रकार की होती है-
गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी
एडजस्टेबल गैस्ट्रिक बैंड
डयूडेनल स्विच सर्जरी
बेरिएट्रिक सर्जरी मुख्य से तीन प्रकार की होती हैं, ये कुछ इस प्रकार हैं।
गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी
अत्याधिक मोटापे की समस्या होने पर गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी की जाती है। इसमें लैपरोस्कोपी के द्वारा पेट के आकार को कम किया जाता है।
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी
गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी वजन कम करने के लिए की जाती हैै, जिसमें पेट के ऊपरी हिस्से को बांध दिया जाता है और निचले हिस्से को छोटी आंत से जोड़ दिया जाता है, ताकि भोजन सीधा छोटी आंत में पहुंच जाए। गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी से व्यक्ति को भूख लगती है।
एडजस्टेबल गैस्ट्रिक बैंड
एजस्टेबल गैस्टिक बैंड (लैप बैंड) सर्जरी में पेट के ऊपरी हिस्से पर अलास्टिक बैंड लगाया जाता है और उसकी सहायता से पेट पर मौजूद एक्सट्रा फैट को निकाला जाता है।
डयूडेनल स्विच सर्जरी
डयूडेनल स्विच सर्जरी ऐसी वेट लॉस सर्जरी है, जिसमें डयूडेनल को छोटी आंत से जोड़ा जाता है, जिससे भोजन सीधे छोटी आंत पर पहुंचता है।
कौन करवा सकता है बेरियाट्रिक सर्जरी?
बेरिएट्रिक सर्जरी के लिए व्यक्ति का बीएमआई (BMI) 35-40 के बीच होना आवश्यक है। तभी सर्जन उसे मोटापा सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।
अगर व्यक्ति को मधुमेह, उच्च रत्तफ़चारप, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, दिल की बीमारी इत्यादि होती हैं, तो उस स्थिति में सर्जन उसे मोटापा सर्जरी कराने की सलाह दे सकते हैं।
मोटापे कम करने के लिए सभी तरीकों जैसे व्यायाम, योगा, डाइटिंग इत्यादि को अपनाने के बाद भी लाभ नहीं होता तब व्यक्ति को सर्जरी कराने की आवश्यकता पड़ती है।
हाल ही में ओबेसिटी ऑफ इंडिया ने बताया कि वेट लॉस सर्जरी कराने वालों की संख्या तेजी बढ़ी है। जब लंबाई और वजन का अनुपात यानी बीएमआई (BMI) का स्तर 40 से ज्यादा हो तो ही सर्जरी कारगार है। अगर लोग सोचते हैं कि बेरिएट्रिक सर्जरी, डायटिंग और एक्सरसाइज से बचने का उपाय है तो वे गलत सोचते हैं।
सर्जरी कराने से पहले निम्न बातों का ख्याल रखना आवश्यक है-
कॉस्मेटिक नहीं, लाइफ चेंजिंग सर्जरी है
बी.एल.के. अस्पताल के सीनियर बैरिएट्रिक सर्जन बताते हैं कि यह सर्जरी कॉस्मेटिक सर्जरी नहीं है। ओबेसिटी एक गंभीर बीमारी है जो कई बीमीरियों के कारण होती है, इसलिए अंत में अपनाया जाता है। लेकिन इसमें जटिलता के उतने ही चांस हैं जितने किसी भी अन्य सर्जनी में होते हैं। जटिलताओं के कारण ही इसे लास्ट ऑप्शन के तौर पर अपनाया जाता है।
केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली की मृत्यु हुई तो लोगों का ध्यान उनकी बैरियाट्रिक सर्जरी पर गया। जब उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी की गई तब वह डायबिटीज की गंभीर अवस्था पर पहुंच चुके थे।
यह सर्जरी सिर्फ पतला करने के लिए ही नहीं है। लोग सोचते हैं कि जब वजन 140 हो जाये तो सर्जरी करा सकते हैं। यह गलत है। इस सर्जरी को गंभीरता से लेना आवश्यक है। मरीज के प्रॉपर चैकअप के बाद ही सर्जरी करानी चाहिए। इस पर लगभग ढाई से तीन लाख तक खर्च आ जाता है। यह लाइफ चेजिंग और चेंजर सर्जरी है।
IN ENGLISH
The surgery that is done to reduce obesity and weight is called bariatric surgery. Surgery is done to reduce the weight. In this surgery some changes are made in the digestive system. Calories are reduced. The process of absorbing nutrients in the body is also reduced.
..........................
Nowadays many people are troubled by the problem of obesity. However, they adopt a lot of measures like dieting, joining gym, doing yoga etc. to reduce it, but there is no improvement because they do not adopt it completely and remain troubled by this problem. Their problem can be solved only by bariatric surgery. This surgery is done only when obesity has taken a serious form and the surgery which is done to reduce the weight It is called bariatric surgery. Surgery is done to reduce the weight. This is a weight loss surgery, in which abdominal fat is operated on. In this surgery some changes are made in the digestive system. Calories are reduced. The process of absorbing nutrients in the body is also reduced. About 80 percent of the fat from the abdomen is removed by this surgery. Some tests of the person are done before the surgery.
There are four types of bariatric surgery-
gastric sleeve surgery
gastric bypass surgery
Adjustable Gastric Band
duodenal switch surgery
There are four main types of bariatric surgery, they are as follows.
Gastric sleeve surgery
Gastric sleeve surgery is done when there is a problem of extreme obesity. In this, the size of the stomach is reduced by laparoscopy.
Gastric bypass surgery
Gastric bypass surgery is done to lose weight, in which the upper part of the stomach is tied up and the lower part is attached to the small intestine, so that the food passes directly to the small intestine. Gastric bypass surgery makes a person hungry. Adjustable Gastric Band
Adjustable Gastic Band (Lap Band) surgery involves placing an elastic band on the upper part of the abdomen and with the help of which the extra fat present on the stomach is removed.
Duodenal switch surgery
Duodenal switch surgery is a type of weight loss surgery in which the duodenal is connected to the small intestine, allowing food to pass directly to the small intestine.
Who can get bariatric surgery?
For bariatric surgery, a person must have a BMI between 35-40. Only then the surgeons advise him to undergo obesity surgery.
If a person has diabetes, hypertension, metabolic syndrome, heart disease, etc., in that case, surgeons may recommend obesity surgery.
To reduce obesity, even after adopting all the methods like exercise, yoga, dieting etc., there is no benefit, then the person needs to undergo surgery.
Recently the Obesity of India reported that the number of people undergoing weight loss surgery has increased rapidly. Surgery is effective only when the ratio of height to weight, ie BMI level, is more than 40. If people think that there is a way to avoid bariatric surgery, dieting and exercise, then they are wrong.
It is important to take care of the following things before undergoing the surgery-
Life changing surgery, not cosmetic
B.L.K. The senior bariatric surgeon of the hospital explains that this surgery is not cosmetic surgery. Obesity is a serious disease that is caused by many diseases, so eventually adopted. But it has the same potential for complications as any other surgery. Due to the complexities, it is adopted as the last option.
When Union Minister Arun Jaitley died, people's attention went to his bariatric surgery. When he underwent bariatric surgery, he had reached a critical stage of diabetes. This surgery is not just for thinning. People think that when the weight reaches 140, then surgery can be done. this is wrong. This surgery needs to be taken seriously. Surgery should be done only after proper checkup of the patient. It costs about two and a half to three lakhs. This is life changing and changer surgery.
Comments